पार्थ-सारथी का उद्देश्य छात्रों को ठोस आधार एवं मार्गदर्शन प्रदान करना और उनको अपने लक्ष्यों के अनुरूप सक्षम प्रयास करने के लिए तैयार करने में मदद करना है। यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के इच्छुक अभ्यर्थियों की मदद करने के लिए, पार्थ-सारथी के मार्गदर्शकों का लक्ष्य अभ्यर्थियों को उनकी तैयारी के सभी चरणों में सहयोग प्रदान करना है।
पार्थ-सारथी मेंटरशिप प्रोग्राम आपको यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन,समय प्रबंधन और रणनीतियों से सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
क्या आपको सचमुच इस कार्यक्रम की आवश्यकता है?
हाँ, यदि आप दी गई सूची में से 4 से अधिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं -
1. आत्मविश्वास की कमी और तनाव
2. तैयारी कैसे करें, इस बारे में स्पष्टता की कमी
3. समय प्रबंधन में कठिनाई का सामना करना
4. अध्ययन-जीवन संतुलन की कमी
5. अवधारणाओं को समझने में कठिनाई
6. तैयारी में अंतराल होना
7. असफलता और अनिश्चित भविष्य का डर
8. अनुशासनहीनता और असंगति
9.विभिन्न विषयों को संतुलित करने में समस्या
10. मार्गदर्शन की कमी
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रभावी अध्ययन रणनीतियों, समय प्रबंधन तकनीक, भावनात्मक प्रोत्साहन और संसाधनों तक पहुंच के संयोजन की आवश्यकता होती है, जो एक मेंटर प्रदान कर सकता है।
पार्थ-सारथी की विशेषताएँ:
- व्यक्तिगत मेंटरशिप: एक समर्पित मेंटर प्राप्त करें जो आपकी शक्तियों और कमजोरियों को समझता हो, तथा आपके लिए एक अध्ययन योजना तैयार करता हो।
- नियमित फीडबैक और विश्लेषण: सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने और अपनी प्रगति को आंकने के लिए निरंतर फीडबैक और प्रदर्शन विश्लेषण प्राप्त करें।
- मॉक टेस्ट और उत्तर लेखन अभ्यास: नियमित मॉक टेस्ट और उत्तर लेखन पर व्यक्तिगत प्रतिक्रिया के साथ अपनी परीक्षा तकनीक को तेज करें।
- तनाव प्रबंधन और प्रेरणा: प्रभावी तनाव प्रबंधन रणनीति विकसित करें और विशेषज्ञों की सहायता से अपनी तैयारी के दौरान स्व प्रेरित रहें।
- 'वन टू वन' सेशन
- आपकी प्रगति पर नज़र रखने के लिए साप्ताहिक मूल्यांकन सत्र
छात्रों को त्रिस्तरीय सहायता प्रदान की जाती है:
प्रथम स्तर
संस्थान के विशेषज्ञ संकाय
मेंटर और
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द्वितीय स्तर
संस्थान के मनोवैज्ञानिक आपको व्यक्तिगत रूप से सहायता प्रदान करेंगे
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तृतीय स्तर
डॉ. तनु जैन और टॉपर्स द्वारा रणनीतिक मार्गदर्शन
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पार्थ-सारथी के चरण
चरण- I "प्रारंभिक मूल बातें": इस चरण का उद्देश्य यूपीएससी परीक्षा के लिए एक मजबूत आधार तैयार करना है। इस भाग का मुख्य ध्यान सामान्य अध्ययन के लिए बुनियादी एनसीईआरटी पुस्तकों पर रहेगा। इस भाग की मुख्य गतिविधियाँ नियमित मूल्यांकन करना, कार्यपुस्तिकाओं के माध्यम से निरंतरता बनाना, समाचार पत्र पढ़ने की आदत विकसित करना और पूरे पाठ्यक्रम और PYQs का विश्लेषण करना होगा।
चरण-II "मेन्स फोकस": यूपीएससी पाठ्यक्रम के व्यापक कवरेज के लिए मानक पुस्तकों को कवर करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस चरण का मुख्य लक्ष्य पाठ्यक्रम को पूरा करना, उत्तर लिखना और यूपीएससी मुख्य पाठ्यक्रम के अनुसार नोट्स बनाना होगा।
चरण-III "प्रीलिम्स एडवांस्ड": यहां मुख्य ध्यान प्रारंभिक परीक्षा की गहन तैयारी पर होगा, जिसमें महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया जाएगा, प्रारंभिक परीक्षा के लिए संक्षिप्त नोट्स बनाए जाएंगे और यथासंभव अधिक से अधिक MCQ हल किए जाएंगे।
चरण- IV "मेन्स एडवांस्ड":इस चरण का फोकस मुख्य परीक्षा के दृष्टिकोण से पाठ्यक्रम पूरा करने और उत्तर लेखन की रणनीति बनाना है। मुख्य जोर अभिव्यक्ति और उत्तर लेखन कौशल के विकास पर है। यह केवल प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के लिए उपलब्ध होगा।
चरण V: IGP - "साक्षात्कार मार्गदर्शन कार्यक्रम (IGP)" संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित व्यक्तित्व परीक्षण की तैयारी के लिए एक मॉक सत्र-आधारित मार्गदर्शन चरण है। कार्यक्रम का उद्देश्य उम्मीदवार को यूपीएससी साक्षात्कार के प्रारूप और अपेक्षाओं से परिचित कराना होगा।
ADMISSIONS OPEN
शुल्क
कार्यक्रम शुल्क: 55,000/-
प्रथम बैच की छूट के बाद : 37,000/- (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड)
पूर्ण कार्यक्रम के लिए पंजीकरण करें – 37,000/-